बदले ‘आदिपुरुष’ के डायलॉग्स, ‘कपड़ा तेरे बाप का’ देखें हनुमान ने क्या कहा?
आदिपुरुष:-
ओम राउत निर्देशित फिल्म ‘आदिपुरुष’ रिलीज के बाद से ही विवादों में घिरी हुई है। फिल्म के डायलॉग्स सबसे ज्यादा आपत्तिजनक थे। इसे आपत्तिजनक और धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया गया था। अब फिल्म से आपत्तिजनक डायलॉग्स हटा दिए गए हैं और उनकी जगह नए डायलॉग्स अपडेट किए गए हैं। हाल ही में राम भक्त हनुमान का नए डायलॉग (हनुमान आदिपुरुष डायलॉग) बोलते हुए एक वीडियो भी सामने आया है।
दरअसल, जब फिल्म में रामायण का एक हिस्सा दिखाया गया था जिसमें हनुमानजी की पूंछ में आग लगाने की कोशिश की गई थी, तो मनोज मुंतशिर द्वारा लिखे गए संवाद कुछ इस तरह थे- इंद्रजीत कहते हैं ‘जली ना?’ अब तो और जलेगी। बेचारा जिसकी जल्दी वही जानता है। इसके बाद हनुमानजी के डायलॉग्स में बदलाव किया गया है। हनुमानजी के संवाद में ‘बाप’ शब्द को लंका से बदल दिया गया है और उनका नया संवाद कुछ इस तरह है- ‘कपड़ा तेरी लंका का, तेल तेरी लंका का, आग भी तेरी लंका की और जलेगी तेरी लंका ही।’
इस डायलॉग का एक क्लिप भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बता दें कि फिल्म को मनोज मुंतशिर के लिखे डायलॉग्स की वजह से जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा है। कई लोगों ने फिल्म पर बैन लगाने की मांग की है। इतना ही नहीं, AICWA (ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन) ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है और इसे शर्मनाक फिल्म बताते हुए इसे ओटीटी या सैटेलाइट पर रिलीज होने से भी रोका जाना चाहिए। इसके अलावा फिल्म की टीम के खिलाफ एफआईआर की भी मांग की गई है।
भगवान राम और हनुमान का अपमान
AICWA के अध्यक्ष सुरेश श्यामलाल गुप्ता ने पीएम मोदी को भेजे पत्र में लिखा है कि ‘पीएम मोदी से अनुरोध है कि आदिपुरुष पर तुरंत प्रतिबंध लगाएं, यह हमारी रामायण नहीं है। ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने फिल्म ‘आदिपुरुष’ की स्क्रीनिंग पर रोक लगाने की मांग की है। फिल्म की पटकथा और संवाद स्पष्ट रूप से भगवान राम और हनुमान का अपमान करते हैं। आदिपुरुष हिंदू धर्म और सनातन धर्म की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा है।
पत्र में आगे कहा गया है कि ‘प्रभु श्री राम भारत में सभी के लिए भगवान हैं, यहां तक कि भगवान राम और रावण भी फिल्म में वीडियो गेम के पात्रों की तरह दिखते हैं। उनके डायलॉग भी दुनियाभर में भारतीय लोगों को आहत कर रहे हैं।