बिपाशा बसु की बेटी के दिल में थे 2 छेद, 6 घंटे तक चली सर्जरी, हाल बयां करते हुए रो पड़ी एक्ट्रेस

बिपाशा बसु की बेटी के दिल में थे 2 छेद, 6 घंटे तक चली सर्जरी, हाल बयां करते हुए रो पड़ी एक्ट्रेस

एक्ट्रेस बिपाशा बसु 43 साल की उम्र में मां बनीं थी। कपल अपनी बेटी के लिए काफी प्रोटेक्टिव हैं। इन्होंने अपनी बेटी का नाम देवी बसु सिंह ग्रोवर रखा है। साथ ही कपल ने एक पोस्ट शेयर करके फैंस को खुशखबरी दी थी, लेकिन इसी बीच बिपाशा बसु और करण पर एक दुखों का पहाड़ टूट गया, क्योंकि उनकी नवजात बेटी वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफेक्ट से पीड़ित थी। यानी नवजात देवी के दिल में जन्म से ही 2 छेद थे, लेकिन जब देवी 3 महीने की हो गई, तब देवी की सर्जरी की गई। हाल ही में इंस्टाग्राम लाइव पर नेहा से बात करते हुए बिपाशा भावुक हो गई।

बिपाशा बसु ने हाल ही में इंस्टाग्राम लाइव पर नेहा धूपिया से बात की, जिसमें उन्होंने बताया कि हमारी जर्नी किसी सामान्य मां-बाप से बहुत अलग रही है। यह उस मुस्कान से कहीं अधिक मुश्किल है, जो मेरे चेहरे पर है। मैं नहीं चाहूंगी कि कभी किसी मां को ऐसे दिन देखने पड़े, क्योंकि नई मां के लिए बहुत मुश्किल है। मुझे मेरे बच्चे के जन्म के तीसरे दिन पता चला कि हमारी बेटी के दिल में दो छेद हैं। मैंने सोचा था कि में इसे कभी शेयर नहीं करूंगी, लेकिन मैं इसे शेयर कर रही हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि बहुत सारी मां है, जिन्होंने मेरी मदद की है और उन माताओं को ढूंढना बहुत मुश्किल था।

करण नहीं कराना चाहते थे बेटी की सर्जरी

बिपाशा बसु ने आगे बताया कि हमें यह समझ नहीं आ रहा था कि वीएसडी क्या है? यह वेंट्रिकुलर सेप्टल है। हम एक पागलपन भरे दौर से गुजरे, क्योंकि शुरू के 5 महीने हमारे लिए काफी कठिन रहे। डॉक्टर ने हमें बताया कि हर महीने हमें यह जानने के लिए स्कैन कराना होगा कि अपने आप ठीक हो रहा है या नहीं। लेकिन जिस तरह का बड़ा छेद था। हमें बताया गया कि यह खतरनाक है और आपको सर्जरी कराना ही होगा। सर्जरी तब कराना सबसे अच्छा होगा, जब बच्चा 3 महीने का हो जाए। मुझे तीसरा महीना याद है, जब हम इस स्कैन के लिए गए और सर्जनों से मिले। अस्पताल में डॉक्टर से बात की और मैं सर्जरी के लिए तैयार थी, लेकिन करण तैयार नहीं था। मुझे पता था कि वह ठीक हो जाएगी, लेकिन सबसे मुश्किल यह था कि बेटी का ऑपरेशन सही जगह और सही समय पर कैसे कराएं।

ऑपरेशन के समय रुक गई थी जिंदगी

बिपाशा बसु ने बताया कि जब बेटी 3 महीने की थी और उसका ऑपरेशन 6 घंटे तक चला। जब बेटी ऑपरेशन थिएटर के अंदर थी, तब उनकी जिंदगी रुक सी गई थी और सर्जरी सफल होने के बाद ही उन्हें राहत मिली।

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